नियमित ध्यान से मन शांत और सकारात्मक होता है – युवाचार्य महेंद्रऋषिजी

मुंबई (आनंद महक न्यूज नेटवर्क)युवाचार्य महेंद्र ऋषिजी मालवा प्रवर्तक प्रकाश मुनिजी, महासती उपप्रवर्तिनी सुमनप्रभाजी, सरलमना चंदनबालाजी, चंदनबालाजी, दिव्यज्योतिजी,ज्ञानप्रभाजी, ओजस्वी वक्ता अर्चना, महासती सुयशा सहित अन्य साधु साध्वियों ने जैन स्थानक से विहार कर संकेश्वर तीर्थ पियूष पानी पर पदापर्ण किया इस अवसर पर उपस्थित श्रावको को संबोधित करते हुए युवाचार्य महेंद्रऋषिजी ने कहा की नियमित ध्यान से मन शांत और सकारात्मक होता है। संकेश्वर तीर्थ स्थान पर श्रमण संघीय युवाचार्य महेंद्रऋषिजी महाराज ने श्रद्धालुओं को ध्यान साधना का महत्व समझाया। उन्होंने ध्यान का अभ्यास भी करवाया। बताया कि ध्यान एक प्राचीन मानसिक और आध्यात्मिक प्रक्रिया है। यह मन को शांत करता है। मानसिक संतुलन बनाए रखता है। जीवन में शांति लाने में सहायक होता है ध्यान व्यक्ति को अपने भीतर झांकने का अवसर देता है। बाहरी दुनिया के तनाव और परेशानियों से दूर रखता है। आत्म-जागरूकता बढ़ती है। व्यक्ति अपने जीवन के उद्देश्य को बेहतर समझ पाता है। ध्यान आत्मा के उद्धार का मार्ग है। यह व्यक्ति को संसार से परे ले जाकर शाश्वत शांति प्रदान करता है मेवाड़ संघ, मीरा रोड संघ, ठाणे संघ, बोरिवली संघ, भायंदर संघ सहित अन्य संघों के पदाधिकारी और श्रद्धालु गुरुभगवंतों के साथ पैदल विहार में शामिल हुए। इनमें फूलचंद नाहर, नरेश लोढ़ा, प्रकाश बदामा, भगवती लाल कोटिफोड़ा, प्रकाश मादरेचा, महावीर मादरेचा, संजय वागरेचा, तेजपाल मादरेचा, राकेश लोढ़ा, चंचल नाहर, अजित बोकड़िया, पुष्कर आंचलिया, जितेंद्र नाहर, दिनेश कोठारी सहित कई श्रद्धालु मौजूद रहे