संसार में वही जागा हुआ है जिसने अध्यात्म में प्रवेश कियाः युवाचार्य महेंद्रऋषिजी

डोम्बीवली, मुम्बई. (आनंद महक न्यूज नेटवर्क)संसार में वही जागा हुआ है जिसने अध्यात्म में प्रवेश किया हो सोमवार को डोम्बीवली साधना सदन में श्रमणसंघीय युवाचार्य महेंद्र ऋषि जी ने प्रवचन धर्मसभा मे श्रोताओं को संबोधित करतें हुयें कहां की अध्यात्म एक ऐसी प्रक्रिया है जो इंसान को उसके वास्तविक स्वरूप से जोड़ती है और जीवन के परम उद्देश्य को समझने में सहायता करती है। अध्यात्म ही वह साधन है, जो हमें आत्मिक शांति और संतोष प्रदान करता है। उन्होंने कहा संसार के सुख-दुख, सफलता – असफलता और परिस्थितियों से ऊपर उठकर जब कोई व्यक्ति आत्मज्ञान की ओर अग्रसर होता है, तभी वह सच्चे अर्थों में जागा हुआ कहा जा सकता है। विशेष रूप से युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन में अध्यात्म का समावेश बहुत आवश्यक है। आज की पीढ़ी को जीवन के असली उद्देश्य को पहचानने के लिए अध्यात्म के मार्ग से ही अपने जीवन शील को बदल सकती है। प्रवर्तक प्रकाश मुनिजी ने कहा लोग दूसरों के लिए अपने जीवन को व्यर्थ करते रहते हैं, लेकिन आत्मा की परवाह नहीं करते। इसदौरान धर्मसभा मे मुम्बई के 34 ही श्रीसंघो के श्रावक-श्राविकाओं ने युवाचार्यश्री ओर साधू-साध्वीवृंद से आशीर्वाद प्राप्त किये। मंगलवार को युवाचार्य महेंद्र ऋषि जी, प्रवर्तक प्रकाश मुनि आदि ठाणा 7 साधना सदन डोम्बीवली से विहार करके अजरामर जैन उपाश्रय बाजार पेठ कल्याण (पश्चिम) मे पधारेंगे। और आयोजित धर्मसभा को संबोधित करेंगे।